एक उम्मीद अभी बाकी है, सुलगते लम्हो को पाना है, कुछ पलों में खो जाना है... एक उम्मीद अभी बाकी है, सुलगते लम्हो को पाना है, कुछ पलों में खो जाना है...
बरसों पुरानी सी वो यादें थीं एहसास तो उसका क्या ही कहें आज हम। बरसों पुरानी सी वो यादें थीं एहसास तो उसका क्या ही कहें आज हम।
यादों की नाव साहिल की रेत। यादों की नाव साहिल की रेत।
अनुवाद: आ. चारुमति रामदास अनुवाद: आ. चारुमति रामदास
काश मैं एक ख्वाब होती, हमेशा तेरी आँखों में रहती...! काश मैं एक ख्वाब होती, हमेशा तेरी आँखों में रहती...!
मैं तेरी हमराही बनूँ या ना बनूँ, खुदा करे तेरी ज़िन्दगी की, राधा बन जाऊँ...! मैं तेरी हमराही बनूँ या ना बनूँ, खुदा करे तेरी ज़िन्दगी की, राधा बन जाऊँ...!